Parādhīna sapanehūṃ sukha nāhiṃ

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Jāhnavī Prakāśana, 2003 - Short stories, Hindi - 114 pages

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Contents

एक मुट्ठी जीवन
11
क्षमा कर देना
26
बिसरे हुए दिन
40

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Common terms and phrases

अपनी अपने अभी आई आज आप आया इंदौर इस उनकी उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसकी उसके उसने उसे एक ऐसा ओर और कभी कर करके करते करने कह कहकर कहने कहा कहां का काफी काम कारण किंतु किया किसी की कुछ के लिए को कोई क्या क्यों गई गई थी गया था गये घर चाचा चाय जब जा जीवन जो ठीक तक तब तरह तुम तुम्हारे तुम्हें तो था और था कि थीं थे दिन दिया था दी दे देखा दो दोनों नहीं ने पर परिवार पास पिताजी पूछा फिर बांसुरी बात बाद बार बाहर भी भी नहीं मन मां मानो मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यदि यह यहां या ये रहा था रही थी रहे थे रात रुपये लगा लगी लिया लेकर लेकिन वह विवाह वे सब समय से स्वर हम हमारे ही हुआ हुई हुए हूं है हैं हो गई हो गया होता होने

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